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कौशल कुमार, सचिव, मैथिलि फाउन्डेशन, भोजन पाकिट निकलैत |
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कौशल कुमार, सचिव, मैथिलि फाउन्डेशन, गरीब-गुरबा कें भोजन बाँटैट |
विगत दिन मैथिली फाउण्डेशन कें द्वारा ठंढी मे जरुरतिमंद लोककें भोजन वितरित कायल गेल.
लोकक मदति केनाई आ मैथिल आ मैथिलीकें प्रति लोककें सकारात्मक विचार तैयार केनाय मैथिली फाउण्डेशन के मूल आधार विचार अछि.
ज' अप्पन पहिचान बचाब' के अछि त' लोककें मदति करू , ज' संस्कृतिकें बचाब' कें अछि त' अप्पन जड़ी मजगूत करू आ ज' अप्पन जड़ी बचाब' के अछि त' अप्पन भाषा के गहिक' पकरू आ ज' भाषा आ समग्र अस्तित्व बचाबयकें अछि त' अप्पन लिपि, अप्पन लेखा अचाबय पडत.
कोनो संस्कृति के नीव ओकर साहित्य,भाषा मे नुकायल रहति छैक आ लिपि एकरा जानबा आ बुझाबकें बाट छै.
दुनियां मे जे अप्पन भाषा, संस्कृतिकें इज्जती केलक दुनियो ओकरे इज्जती केलक यथा लेलिन आ मार्क्स जकरा एतय लोक देवता माने अछि अपने भाषा मे अप्पन सिद्धांत देलकै नक़ल नै केलकै लोककें , शेक्सपीयर जकरा पढ़ीक' हम बड़का लोक अपना के बुझय छी ओहो अपने भाषा मे लिखलक, हालेमे गत भेला अछि भूपेन हजारिका ओहो असमी के बढौला त' हम-अहाँ आ दुनियां हुनका जनित छैन .
मैथिली फाउण्डेशनकें उद्देश्य ककरो दोष गनायब कथमपि नहिं आग्रह अछि जे अप्पन जीवन
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हमरो दिय'............ |
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लगाइये नीक भोजन अछि .... |
यापनकें लेल जे करैत छी से करैत रहू मुदा अपना माटि-पानि स' जुडल रहू आ अप्पन संस्कृतिकें जियाक' राखू इहे अस्सल धरोहरी छै.
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अहुँ लिय'... |
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सुअदगर छै! |
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एकटा आरो पाकेट दिय'.......ठीक छै लेह.. |
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बजरंग मंडल, व्यावसायिक प्रभारी,मैथिली फाउण्डेशन, भोजन वितरित करैत |
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रिक्सावाला सब कें भोजन लेबाक लेल भीड़ लागल... |