शनिवार, 23 अगस्त 2025

मैथिली फॉउण्डेशन केर नव नाटकक समय भेल निश्चित

 

अझुका बैसारमे ई निश्चित भेल जे मैथिली फॉउण्डेशन अपन नव अगिला नाटक सितम्बर केर दोसर सप्ताहमे लऽ क आएत। समय आ दिनाङ्कक धोषणा सेहो जल्दीए कएल जाएत। ई नाटक केर कथानक एकटा प्रयोग अछि जे प्रायह सभसँ नव विधामे भविष्यमे गानल जाएत।  



गुरुवार, 22 दिसंबर 2011

जरुरतिमंद लोककें भोजन वितरण

कौशल कुमार, सचिव, मैथिलि फाउन्डेशन, भोजन पाकिट निकलैत 

कौशल कुमार, सचिव, मैथिलि फाउन्डेशन, गरीब-गुरबा कें भोजन बाँटैट
विगत दिन मैथिली फाउण्डेशन कें द्वारा ठंढी मे जरुरतिमंद लोककें भोजन वितरित  कायल गेल.
लोकक मदति केनाई आ मैथिल आ मैथिलीकें प्रति लोककें सकारात्मक विचार तैयार केनाय मैथिली फाउण्डेशन के मूल आधार विचार अछि.
ज' अप्पन पहिचान बचाब' के अछि त' लोककें मदति करू , ज' संस्कृतिकें बचाब' कें अछि त' अप्पन जड़ी मजगूत करू आ ज' अप्पन जड़ी बचाब' के अछि त' अप्पन भाषा के गहिक' पकरू आ ज' भाषा आ समग्र अस्तित्व बचाबयकें अछि त' अप्पन लिपि, अप्पन लेखा अचाबय पडत.
कोनो संस्कृति के नीव ओकर साहित्य,भाषा मे नुकायल रहति छैक आ लिपि एकरा जानबा आ बुझाबकें बाट छै.

दुनियां मे जे अप्पन भाषा, संस्कृतिकें इज्जती केलक दुनियो ओकरे इज्जती केलक यथा लेलिन आ मार्क्स जकरा एतय लोक देवता माने अछि अपने भाषा मे अप्पन सिद्धांत देलकै नक़ल नै केलकै लोककें , शेक्सपीयर जकरा पढ़ीक' हम बड़का लोक अपना के बुझय छी ओहो अपने भाषा मे लिखलक, हालेमे गत भेला अछि भूपेन हजारिका ओहो असमी के बढौला त' हम-अहाँ आ दुनियां हुनका जनित छैन .

मैथिली फाउण्डेशनकें उद्देश्य ककरो दोष गनायब कथमपि नहिं आग्रह अछि जे अप्पन जीवन 
हमरो दिय'............
लगाइये नीक भोजन अछि ....
यापनकें लेल जे करैत छी से करैत रहू मुदा अपना माटि-पानि स' जुडल रहू आ अप्पन संस्कृतिकें जियाक' राखू इहे अस्सल धरोहरी छै.
अहुँ लिय'...

सुअदगर छै!

एकटा आरो पाकेट दिय'.......ठीक छै लेह..

बजरंग मंडल, व्यावसायिक प्रभारी,मैथिली फाउण्डेशन, भोजन वितरित करैत  


रिक्सावाला सब कें भोजन लेबाक लेल भीड़ लागल...

बुधवार, 30 नवंबर 2011

मैथिली प्रेमीजन  अपनेक लेल मैथिली कें फॉण्ट कीबोर्ड  प्रस्तुत अछि एकर उपयोग करी आ मैथिली के सही मायने मे अपनाबी
अपने लोकनि जखन मैथिली के ओकरा अप्पन लिपि कें संगे अप्नेबाई टखने वास्तव मे मैथिली के काज बदत आ मैथिली के एकटा एकरा स्थान भेटतै  जिनका मैथिली के फॉण्ट चाही अपने अप्पन टिपण्णी मे लिखल जय सबके फॉण्ट मेल स' प्राप्त होयत 


गुरुवार, 10 फ़रवरी 2011